काल का ग्रास

एक बार अग्निदेव भूख से पीड़ित हो उठे।अपनी क्षुधा  शांत करने के लिए वे विकराल रूप धारण कर पृथ्वी कि और बढ़े। परन्तु उन दिनों पृथ्वी पर हैहयवंशी राजा कार्तवीर्य अर्जुन का राज था।वे अपनी सहस्र भुजाओ के साथ उसकी रक्षा करते थे।देवगण, यक्ष,दैत्य, राक्षस सभी उनसे भयभीत