कैद में रावण


एक बार नर्मदा नदी के तट पर लंकापति रावण का शिविर लगा हुआ था।वह वह सेना सहित विश्राम कर रहा था।सहसा नर्मदा कि विशाल जलधारा किनारों को तोडती हुई उनके शिविर कि और निकल आई।उसके तीव्र वेग से समूचा शिविर उखड गया।यह देख कर रावण क्रोधित हो उठा।उसने सैनिको को बुलाया और गरजते हुए बोला,"सैनिको!